Saturday, September 6, 2008

पृथ्वी को निगल लेगा ब्लैक होल!


अगले बुधवार यानी दस सितंबर को फ्रांस-स्विस सीमा के पास जमीन से 300 फीट नीचे दुनिया का सबसे खर्चीला और शक्तिशाली वैज्ञानिक परीक्षण होने जा रहा है।
जहां एक ओर पांच हजार से भी ज्यादा साइंटिस्ट इस महापरीक्षण की तैयारियों में जुटे हुए हैं, वहीं कई वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे ब्लैक होल पैदा होंगे जो पृथ्वी को निगल जाएंगे
सुपर एक्सपेरिमेंट
वैज्ञानिक धरती से 300 फीट नीचे ‘द लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर’ (एलएचसी) नामक 17 मील लंबी एक मशीन के जरिये बिग-बैंग व ब्रम्हांड के पैदा होने की स्थिति को लैब में जीवंत करना चाहते हैं। दस सितंबर को जब यह परीक्षण शुरू होगा तो अणु विध्वंसक एक तरह से टाइम मशीन बन जाएगा जिससे यह पता चलेगा कि 14 अरब साल पहले जब ब्रम्हांड अस्तित्व में आया था तब क्या हुआ था। जब वैज्ञानिक ‘बिग बैंग’ यानी ब्रम्हांड के अस्तित्व में आने के एक सेकंड के एक अरबवें हिस्से के बाद जैसे हालात पैदा करेंगे तो पदार्थ के नए-नए अंशों और ब्रांड के नए आयामों का पता चल सकेगा। इस एक्सपेरिमेंट पर 4.4 अरब पौंड खर्च हुए हैं।
क्या है डर
इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे करोड़ों सूक्ष्म ब्लैक होल पैदा होंगे जो पृथ्वी को निगल सकते हैं। इसे रोकने के लिए यूरोप की मानवाधिकार कोर्ट में अपील दायर की गई है। उन्हें डर है कि लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर परीक्षण अज्ञात के साथ खिलवाड़ करना और मानव-प्रजाति व पृथ्वी को जोखिम में डालना है।
दूसरी ओर परीक्षण करने जा रहे यूरोपियन न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर का कहना है कि यह डर बे-मायने है, नन्हे ब्लैक होल्स पैदा होते ही गायब हो जाएंगे। जबकि इसके विरोधियों का कहना है कि वैज्ञानिक ईश्वर के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि ब्लैक होल्स गायब हो जाएंगे। ये तेजी से बढ़कर पृथ्वी को हजम कर सकते हैं।
इन सवालों के मिलेंगे जवाब
आधुनिक फिजिक्स की आधारशिला सही है या गलत?
ब्रम्हांड के जन्म के वक्त क्या मौजूद था?
कुछ पदार्थो का द्रव्यमान क्यों नहीं होता?
डार्क मैटर की नेचर क्या है?
क्या अंतरिक्ष का कोई ऐसा आयाम है जो अब भी हमारी पहुंच से बाहर है? संभार भास्कर

1 comment:

संगीता पुरी said...

यानि दस सितम्बर से पहले पहले अपने काम खत्म कर लिए जाएं।