Saturday, June 19, 2010

कृषि विकास में पंत विवि का अहम योगदानः डा.मनमोहन


पंतनगर, 19 जून। प्रधनमंत्राी डा0 मनमोहन सिंह ने कहा कि पंतनगर विश्वविद्यालय हरित क्रांति की जननी है यहां के वैज्ञानिक और शोध्कर्ता देश के विकास में अपना अहम योगदान दें ताकि राष्ट्र ऊंचाईयों को छू सके। प्रधनमंत्राी श्री सिंह आज पंतनगर में आयोजित 26वें दीक्षांत समारोह तथा गोल्डन जुबली वर्ष पर बतौर मुख्य अतिथि सम्बोध्ति कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्व विद्यालय के लिए दीक्षान्त समारोह बेहद अहम है जो छात्रों के भविष्य का निर्धारण करता है उन्होंने कहा कि पंत विवि में शिक्षा प्राप्त करना ही बड़ी उपध् िहैउन्होनंे कहा कि पंत विवि का कई दशकों से कृषि के क्षेत्रा में महत्वपूर्ण योगदान है,लेकिन वर्तमान में यहां के छात्रा नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि भारत में पशुओं की पैदावार अच्छी है और छोटे किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए केन्द्र सरकार निरन्तर प्रयासरत है। किसानों को उनकी पैदावार का उचित मूल्य दिया जाना बेहद जरूरी है इसके लिए राज्य सरकारें भी प्रयास करें। प्रधनमंत्राी डा.सिंह ने कहा कि राष्ट्र कृषि विकास योजनाओं के साथ सभी राज्यों को सहयोग दिया जायेगा। उद्यान और वानिकी के क्षेत्रा में प्रयास किये जायेंगे। कृषि विज्ञान केन्द्रों में शोध् कराई जायेगी। ताकि पफसलों की पैदावार और बढ़ सके। प्रधनमंत्राी ने कहा कि कृषि क्षेत्रों में पीपी मोड़ होने चाहिए सारे वैज्ञानिक और शोध्कर्ता देश के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने पर्यावरण संतुलन और ग्लोबल वार्मिग पर भी सहयोग देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड नैसर्गिक सौदर्य से ओतप्रोत राज्य है यहां पहाड़ों पर खेती के प्रयास किये जा रहे है तथा हिमालय को भी संरक्षित करने के प्रयास किये जा रहे है। राज्यपाल माग्रेट आल्वा ने अपने सम्बोध्न में कहा कि उत्तराखण्ड राज्य सीड् हब के रूप में विकसित हो रहा है पंत नगर विश्वविद्यालय शोध् एवं अनुसंधन में देश का सर्वोत्तम विवि है। तराई में चावल उत्पादन का अहम योगदान है जिस पर अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। उन्होने कहा िक उत्तराखण्ड देवभूमि है। नये राज्य होने के कारण आर्थिक विकास की ओर देखना होगा। युवा पीढ़ी मात्रा कृषि नही बल्कि औद्योगिक विकास में भी अपना अहम योगदान दे ताकि राज्य में समुचित विकास हो। श्रीमती आल्वा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रोत्साहन देना जरूरी है। पहाड़ांे व जंगलों में महिलाएं बेहद मेहनतकश है। मुख्यमंत्राी डा.रमेश पोखरियाल ने कहा कि दीक्षान्त समारोह से उपाध् िप्राप्त करने वाले छात्रा भविष्य में देश व प्रदेश की कृषि की दिशा में योजनाकार रणनीति के निर्माता होंगे। उत्तराखण्ड कृषि मुनियों की तपोस्थली है। प्रकृति ने प्रदेश को प्रचुर वनसंम्पदा दी है साथ ही जैव विविध्ता का भी अपार भण्डार है। राज्य के जल संसाध्नों को संरक्षित सम्वध्ति एवं प्रदूषण मुक्त करने हेतु स्पर्श गंगा अभियान जनप्रिय हो चुका है। निवेदित राज्य ने 65 प्रतिशत वन और दुरूह भौगोलिकता के बावजूद भी राष्ट्र विकास दर में देश में तीसरा स्थान हासिल किया है राज्य बनने के समय विकास दर 2.9 प्रतिशत भी लेकिन अब 9.5 प्रतिशत है। वार्षिक आय भी बढ़कर 42 हजार रूपये प्रति व्यक्ति हो चुकी है। आम आदमी का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए सरकार सुनियोजित विकास कर रही है। डा.निशंक ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रा में हरित क्रांति अभी अध्ूरी है। यहां की भौगोलिक एवं जलवायु परिस्थितियों किसानों के लिए उपयुक्त नही है। जिस कारण आध्ुनिक कृषि मशीनरी का प्रयोग यहां कठिन है। डा.निशंक ने कहा कि विश्व भर में जैविक कृषि उत्पादों की मांग बढ़ी है और यहां पर्वतीय क्षेत्रों मे ंआज भी जैविक तरीके से खेती की जा रही हे यदि किसानों को जागरूक किया जाये तो यह बड़ा कदम होगा। मुख्यमंत्राी डा.निशंक ने कहा कि कृषि योजनाआंे का सीध लाभ किसानों को देने के लिए कृषि महोत्सव शुरू किया है। गांव गांव कृषक रथ के जरिये किसानों की समस्याओं का समाधन किया जा रहा है। प्रधनमंत्राी डा.मनमोहन सिंह,राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा और मुख्यमंत्राी डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने समारोह में भाग लेने वाले छात्रा छात्राओं को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रधनमंत्राी डा. मनमोहन सिंह ने पं गोविन्द बल्लभ पंत के चित्रा पर मार्ल्यापण कर किया। इस दौरान केन्द्रीय उद्योग मंत्राी हरीश रावत, आर.के.ध्वन,कुलपति डा.बी.एस.बिष्ट,बलराज पासी,विधयक तिलक राज बेहड़,शैलेन्द्र मोहन सिंघल, हरभजन सिंह चीमा, रामपुर की पूर्व सांसद बेगम नूरबानों,सुखदेव सिंह नामधरी,यशपाल आर्य,निरंजन आल्वा,सुभाष चतुर्वेदी,दरबार सिंह, मीना शर्मा,सुरेश अग्रवाल,हरीश पनेरू, सुरेश परिहार,गुलशन छाबड़ा,देव बहादुर,राजेन्द्र पाल,अनिल शर्मा समेत तमाम विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ छात्राओं ने स्वागत गीत से किया तथा समारोह का समापन राष्ट्रगान से किया गया।

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