Tuesday, May 25, 2010

हिस्ट्रीशिटर के पक्ष में उतरी यूथ कांग्रेस

,देहरादून25 मई। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने थाने के हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने के लिए जिस तरह से आंदोलन का बिगुल बजाया है उसे लेकर सवालिया निशान उठ खड़े हुए हैं। जबकि खुद यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बिष्ट के निवास का सही पता नहीं जानते। लगातार यूथ कांग्रेस के द्वारा आपराध्कि किस्म के लोगों को कांग्रेस में लाए जाने से जहां निष्ठावान कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो रहा है वहीं पार्टी की छवि को भी यूथ कांग्रेस पलीता लगाने में जुटी हुई है। 2012 के विधनसभा चुनाव को लेकर भले ही कोई खाका यूथ कांग्रेस द्वारा अभी तक तैयार नहीं किया गया है लेकिन बदमाश को छुड़ाने के लिए पुलिस पर पूरा दबाव बनाया जा रहा है। जबकि लक्ष्मण सिंह बिष्ट की एक साल पूर्व जिला महासचिव के पद पर नियुक्ति की गई है और अभी उन्हें पार्टी का सक्रिय सदस्य नहीं बनाया गया है। जबकि पार्टी संविधन के अनुसार सक्रिय सदस्य बनाए जाने के बाद ही पार्टी में पद सौंपा जाता है। यूथ कांग्रेस के जिला महासचिव पर वर्तमान में गैंगस्टर सहित 6 मुकदमें कायम हैं जिनमें वर्ष 2004 में डोईवाला थाने में जानलेवा हमला, 2005 में विदेशी पिस्टल रखे जाने का मामला, वर्ष 2007 में गैंगस्टर में निरू( किये जाने के साथ-साथ एक हत्याकांड में विकास उपर्फ विक्की के साथ होने का मामला जिसमें विकास जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। इसके साथ ही वर्ष 2009 में सड़क को जाम किये जाने का मामला भी दर्ज है। वहीं वर्ष 2010 में केवल ऑपरेटर को जान से मारने की ध्मकी एवं अवैध् तमंचा बरामद होने के खिलापफ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज से करीब 10 साल पहले जयदीप सिंह नेगी जब वह तिहाड़ जेल से छूटने के बाद वापस आया था तो वह लक्ष्मण सिंह बिष्ट को अपने साथ रानीपोखरी इलाके में लेकर आया था और तभी से वह इसी इलाके में रह रहा है। जबकि पुलिस को भी अभी तक बिष्ट के मूलरूप से रहने का कोई पता नहीं चल सका है और पुलिस भी उसके घर का पता ढूंढने में लगी हुई है। कुल मिलाकर यूथ कांग्रेस बदमाशों को पद सौंप देने के कारण जिस तरह बदनाम होती जा रही है। उसे लेकर इसकी कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगते हुए नजर आ रहे हैं। यूथ कांग्रेस की हर गतिविध् िकी नजर दिल्ली हाईकमान दरबार पर भी लगातार पहुंचती नजर आ रही हैं और जल्द ही प्रदेश में यूथ कांग्रेस के पद पर किसी नए व्यक्ति की ताजपोशी होना भी तय माना जा रहा है। लेकिन यदि इसी तरह यूथ कांग्रेस आपराध्कि किस्म के लोगों को कांग्रेस में पदभार सौंपती रही तो निश्चित रूप से पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता में भीा कांग्रेस के प्रति नकारात्मक सोच पैदा होती चली जाएगी। विवादों में घिरी यूथ कांग्रेस के बदमाश को छोड़े जाने का पुलिस पर बनाया गया दबाव इस तरपफ इशारा कर रहा है कि यूथ कांग्रेस अब बदमाशों को शरण स्थली देने की तरपफ अग्रसर होती जा रही है। जबकि एक समय में युवाओं की रीढ़ माने जाने वाली यूथ कांग्रेस जन आंदोलनांे के साथ-साथ जनता की समस्याओं को उठाने के लिए हमेशा तत्पर रहती थी लेकिन अब यूथ कांग्रेस का बदलता परिवेश निकट भविष्य के लिए शुभ संकेेत नहीं माना जा रहा। वहीं यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी अपने कार्यकर्ताओं की लंबी पफौज योग्यता के आधर पर नहीं बनाने में कामयाब रहे हैं। जिसका खुलकर विरोध् पूर्व में भी सामने आ चुका है और कई पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा ही यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पर पैसे लेकर पद बांटने का आरोप लगाया जा चुका है। वहीं यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शिव प्रसाद भट्ट ने बिष्ट को खटीमा का निवासी बताया है।

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