Friday, May 28, 2010

गांधी पार्क में लगती है रोजाना मस्ती की पाठशाला


देहरादून, 28 मई। पार्कों में घूमने के लिए आने वाले पारीवारिक लोग अब इन स्थाानों पर जाने के बजाय घर में ही रहना ज्यादा पसन्द कर रहे हैं। सेहत के लिए पार्कों में घूमने के लिए आने वाले लोगों के बजाय अब इन पार्कों में मस्ती की पाठशालाएं लगने लगी हैं। जिस कारण इनअ पार्कों में अब देश के कर्णधर माने जाने वाले युवाओं का तेजी से आना वहां अश्लीलता को भी पूरी तरह उजागर करता हुआ देखा जा रहा है। पिफल्मों के गीतों पर थिरकने वाले युवाओं की राजधनी के विभिन्न पार्कों में मस्ती की पाठशालाएं स्कूल से बंक मारने के बाद इन स्थानों पर बैखोपफ होेकर लग रही हैं। राजधनी के एमडीडीए पार्क, डीयर पार्क, गांध्ी पार्क, लच्छीवाला, सहस्त्राधरा सहित कई अन्य स्थानोंपर स्थित पार्कों में अब युवाओं का पूरी तरह कब्जा हो गया है। इन पार्कों में युवा सुबह से हीस्कूलों से बंक मारकर अपनी मस्ती की पाठशालाएं बैखोपफ होकर सजा रहे हैं। पार्कों में हो रही इस तरह की अश्लील हरकतों को देखते हुए अब पारिवारिक लोगों ने इन स्थानों पर जाना अब पूरी तरह बंद कर दिया है। जिससे इन पार्कों में बढ़ती अश्लीलता के कारण घूमने के लिए आने वाले लोगों को भी अब लव जोड़ों की हरकतों से शर्मसार होना पड़ रहा है। राजधनी का शहर के बीच बसा गांध्ी पार्क इन दिनों कम उम्र केयुवाओं के लिए अश्लील हरकत करने का प्रमुख ठिकाना बन गया है। इन पार्कों पर रोजाना सुबह से ही सैकड़ों छात्रा-छात्रायें स्कूली कपड़ों में बैखोपफ होकर एक दूसरे की बाहों में बाहें डाले देखे जा सकते हैं। उनकी हरकतें इस कदर रहती हैं कि जैसे वे पार्क में न होकर अपने बैडरूम में बैठे हों। जिन्हें देखकर पार्कों में आने वाले पढ़े-लिखे लोगों को भी शर्मसार होना पड़ रहा है। वहीं राजपुर रोड़ स्थित एमडीडीए पार्क में दस रूपये का प्रति व्यक्ति शुल्क जमा कर कुछ भी करने की पूरी आजादी पार्क प्रशासन मुहैया करारहा है। इन स्थानों पर बढ़ते अश्लीलता के ग्रापफ ने यह बात साबित कर दी है कि इन्हें रोक पाने में राजधनी का पुलिस प्रशासन पूरी तरह नाकामयाब साबित हो रहा है। अश्लीलता के बढ़ते मकड़जाल में राजधनी के पार्कों का लगातार समाते चला जाना किसी शैक्षिक क्षेत्रा का गढ़ माने जाने वाले शहर के लिए कोई अच्छे संकेत नहीं है। इसके अलावा मसूरी रोड स्थित डियर पार्क में तो अश्लीलता का पूरा खुला खेल बैखोपफ होकर खेला जा रहा है। पार्कों में मौज-मस्ती के लिए आने वाले स्कूली छात्रों के साथ-साथ अन्य लोग भी इन स्थानों पर अश्लीलता के प्रचलन केा बढ़ाकर मस्ती की पाठशालाएं आयेजित कर रहे हैं। इतना ही नहीं राजधनी के चकराता रोड, डीएवी रोड, सहस्त्राधरा रोड, राजपुर रोड, प्रेमनगर व कई अन्य स्थानों पर रेस्टोरेंटों में बनाये गये बंदनुमा केबिन भी 50से 100 रूपये प्रति घंटे के हिसाब से लोगों को मुहैया कराए जा रहे हैं। पूरी तरह से अवैध् माने जाने वाले इन होटलों में आकर युवा वर्ग जहां अपने को अश्लीलता के दलदल मे ंध्केलता जा रहा है वहीं अपने भविष्य को लेकर भी अभिभावकों को धेखा दे रहा है। लगातार बढ़ते जा रहे राजधनी के वातावण को लेकर स्थानीय लोग भी अब इसे शहर की पफीजा के लिए ठीक नहीं मान रहे और उनका सापफ कहना है कि बाहरी स्थानों से आने वाले लोगों द्वारा यहां के वातावरण को अब पूरी तरह दूषित कर दिया गया है और शिक्षा का गढ़ माने जाने वाली दून नगरी अब मस्ती की पाठशाला बनती जा रही है।

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