मेट्रो सिटीज़ में युवाओं में ड्रिंक्स करने का चस्का तेजी से फैल रहा है। अगर आप चाहते हैं कि ड्रिंक के
नशे में आपका बच्चा किसी दुर्घटना का शिकार न हो, तो उसकी हरकतों पर नज़र रखें। हाल ही में हुए एक सर्वे ने स्पष्ट कर दिया है कि कॉलिज तो कॉलिज, अब स्कूल के बच्चे भी नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं और उन्हें इसमें कोई बुराई नज़र नहीं आती। फिर पैरंट्स के वर्किन्ग होने की वजह से बच्चों पर कंट्रोल भी बहुत कम है। ऐसे में वे ड्रिंक की लत में बहुत जल्दी फंस जाते हैं। इस बात से उनको दूर रखने के लिए उनसे अच्छा कम्यूनिकेशन बनाएं और उनकी हरकतों पर भी नज़र रखें। शौकिया होती है लत कॉलिज व स्कूल में टीनएजर्स अपने दोस्तों के उकसाने पर ड्रिंक करते हैं, लेकिन बाद में उन्हें इसकी आदत पड़ जाती है। उनके लिए पार्टियों व डिस्को में ड्रिंक करना एक स्टाइल स्टेटमेंट है। अगर आपका बच्चा रात को देर से आता है या अक्सर अपने दोस्त के घर रुकता है, तो इसका साफ मतलब है कि वह बुरी संगति में फंस गया है। ऐसी नौबत को रोकने के लिए आप उसे ड्रिंक्स से होने वाले नुकसान से पहले ही वाक़िफ करवा दें। अपने बच्चे को बताएं कि दोस्त हमेशा ड्रिंक करने के लिए उकसाते हैं, लेकिन उसे इन चीजों से बचकर चलना है। एजुकेशन अक्सर पैरंट्स अपने बच्चों को ज्यादा ड्रिंक न करने और ड्रिंक करके ड्राइव न करने की ठीक सलाह देते हैं, लेकिन टीनएजर्स इन्हें बस लेक्चर की तरह लेते हैं। वे इन बातों की गहराई को समझ नहीं पाते। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा आपकी बात सुनने के साथ उनका अर्थ भी समझे, तो आप पूरा दिन उसके साथ बिताएं। अपने बच्चे की सारी बातों को ध्यान से सुनें और उदाहरण के साथ अपनी बात कहें। उसे इंटरनेट के जरिए भी इन बातों से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं। उसे समझाएं कि यह सिर्फ एक विषय ही नहीं, बल्कि हकीकत है। अपने आस-पास ड्रिंक करने वाले लोगों के उदाहरण दें। बच्चे से करें कमिटमंट आप जानते हैं कि आपका बच्चा पार्टी में ड्रिंक करता है। ऐसी स्थिति में उसके लिए कुछ नियम बना दें। उसे बता दें कि अगर वह पार्टी में डिंक करता है, तो खुद ड्राइव न करे, बल्कि घर से किसी को लेने के लिए बुलाए। आप भी अपने बच्चे को लेट नाइट पार्टी से लाने के लिए हमेशा तैयार रहें। अक्सर देखा गया है कि जब बच्चा रात में आपको फोन करता है, तो झुंझलाहट में आप उसे लाने से इनकार कर देते हैं। आप जब उसे लेकर आ रहे हैं, तो उसे कोई भी लेक्चर न दें। बल्कि उसकी तारीफ करें कि ऐसी सिचुएशन में उसने आपको फोन किया। अगर आप उसे कुछ समझाना चाहते हैं, तो सुबह कहें क्योंकि तब तक उसका नशा उतर चुका होगा। बच्चे को यह भी बताएं कि ड्रिंक के नशे में वह अपने किसी दोस्त या अजनबी के साथ न जाए। इस तरह ड्रिंक करने के बाद बच्चा भटकेगा नहीं। लक्षण पहचानें बच्चा जब भी डिंक करके घर आएगा, तो वह कोशिश करेगा कि किसी को पता न चले। चूंकि आप भी अपने काम में बिजी होते हैं, इसलिए आप भी उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाएंगे। ऐसे में कभी-कभार ड्रिंक करने का उसका शौक धीरे-धीरे लत में तब्दील हो जाएगा। उसको पकड़ने के लिए आप उन लक्षणों को पहचानें, जिससे पता चल जाए कि उसने ड्रिंक किया है। अगर उसकी आंखें लाल रहती हों, उसका फ्रेंड सर्कल बदल रहा हो, कॉलिज या स्कूल उसकी परफॉर्मेन्स का स्तर गिर रहा हो, तो समझ जाएं कि वह गलत राह पर है।
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