Monday, August 30, 2010
आखिर बदमाशों की अय्याशी का कहां था ठिकाना...?
देहरादून,30अगस्त। वैस्ट यूपी के खूंखार बनमाशें की दून नगरी जहां शरण स्थली बनती जा रही है वहीं प्रौपर्टी डीलिंग व जुवे के बढ़े कारोबार में भी स्थानीय सपफेदपोश नेताओं के तार बदमाशों से जुड़े हुए हैं। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों को पुलिस ने बीती रात घंटाघर से गिरफ्रतार कर लिया। पुलिस को पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ में यह भी जानकारी मिली कि बदमाश दून में करोड़ों की जमीन व जुवे के अड्डों को संचालित करने का गेम खेल चुके थे। यहां तक की जुवे के अड्डों को संचालित करेने के लिए स्थानीय कई लोगों को भी इस गैंग नें अपना सदस्य बना लिया था। पुलिस को जानकारी मिली है उसमें कई चौकाने वाले तथ्य यह भी है कि कई बड़े अध्किारियों के साथ इन बदमाशो के संबंध् रहे हैं और उन्हीं के पैसों को दून जमीनों पर यह बदमाश लगाने का खेल खेला करते थे। बीते दिवश राजू रौतेला हत्या काण्उ का मुख्य आरोपी सुशील चौध्री व अमरदीप कोर्ट में पेशी के बाद क्लेमनटाउन थना क्षेत्रा के अर्नतर्गत 105 बीघा जमीन की साईड देखने भी गया था। इसके साथ ही दून में सट् टे का करोबार बढ़ाने के लिए वे अपने साथ अन्य बदमाशों को भी लेकर आया था। और दून में सट्टे का कारोबार बढ़ाने के साथ-साथ एक स्थानीय न्यूज चैनल का अपने को पत्राकार बताने वाले नईम खान के साथ जमीन की साईड देखने भी गया था। इसके साथ ही कई अन्य लोगों से भी मुलाकात कर दून में सट्टे के कारोबार को लेकर मंथन भी किया गया था। पुलिस को देहरादून की सपा नेत्राी हेमा बोरा व सुरभी होटल के मालिक संजय घई से भी बदमाशें के मिलने की पुखता जानकारी सामने आई है और पैसों का मोटा खेल खेले जाने की जानकारी भी मिली है। जबकि पुलिस सूत्रों ो मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए बदमाश पिछले करीब एक हफ्रते से दून में रहकर कारोबार को बढ़ने का खेल खेल रहे थे। यहां तक की एक होटल में इन बदमाशों द्वारा कई दिनों तक अययाशी का खेल भी खेला जाता रहा। जबकि बीते चार दिनों पूर्व एक महिला के साथ इनके विवाद की बातें भी सामने आ रही है। बदमाशें के कई दिनों तक दून नगरी में रहने की भनक न तो पुलिस के आला अध्किारियों को लग सकी और न ही बदमाशेां की किसी गतिविध् िका कोई खुलासा पुलिस कर सकी। जबकि पकड़े गए बदमाश सिरोही गैंग के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाशों में गिने जाते हैं। यहां तक कि पकड़े गये बदमाशों का मेरठ में सट्टे का बढ़ा कारोबार संचालित होता है और इसी कारोबार को दून नगरी में बढ़ाने के लिए यह लोग सुशील चौध्री व अमरदीप के साथ आए थे। जबकि जगन चौध्री और उपेंद्र सिंरोही पटेलनगर थाना क्षेत्रा निवासी नईम खान से भी मिलकर जमीन का सौदा करने में लगे हुए थे। यही नहीं पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बदमाशों के कारोबार में कई बढ़े नेताओं के साथ-बढ़े अध्किारी भी काले ध्न को सपफेद किए जाने का खेल पिछले कापफी समय से खेलने में लगे हुए थे। यहां तक की देहरादून की कई ऐसी विवादित जमीनों पर इन बदमाशों की निगाहें भी लगी हुई थी। इस आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि बदमाशों को स्थानीय किसी ऐसे व्यक्ति ने सभी जानकारी मुहैया कराई थी जो कुछ समय पूर्व ही उत्तर प्रदेश से दून नगरी में आया है और यहां कई विवादित जमीनों पर बदमाशों के सहारे कब्जा करना चाहता है। क्योकि उत्तर प्रदेश में रहते हुए कई बदमाशों से उसकी पटरी नहीं चल पाने के कारण वह दून नगरी में चला आया था। लेकिन यहा आने के बाद भी उसका संपर्क पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों से लगातार रहा और यहां रहकर वह कई बढ़े अध्किारियों से भी मोटी रकम लेकर ब्लैकमेल करता रहा है। दून नगरी में कई बार विवादित होने बाद यह व्यकित अब बदमाशों के सहारे जमीन कब्जा कर करोड़ों के वारे न्यारे करना चाहता है। वहीं पुलिस की कल की गई कार्रवाई में स्थानीय लोगों को अभी तक ना पकड़े जाने में भी कई तरह की शंकाएं जन्म ले रही है। क्योंकि अचानक चार बदमाशों को पकड़े जाने का ताना बाना जिस तरह से बुना गया है उसे लेकर दूसरे गुट के पुलिस से मिल जाने की बाते भी सामने आ रही है।
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