Tuesday, August 31, 2010

लापरवाह कर्मियों के विरूद्ध सख्त कदम उठाये जायेंगे। निशंक


देहरादून, 31 अगस्त 2010 राज्य गठन के उद्देशयों के अनुरूप सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने कर्तव्यों का पालन सुनिश्चित करें। नई कार्य संस्कृति विकसित करते हुए जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जायेगा, जबकि लापरवाह कर्मियों के विरूद्ध सख्त कदम उठाये जायेंगे। यह निर्देश मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने देहरादून के विभिन्न कार्यलयों में आकस्मिक निरीक्षण करने के दौरान दिये। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने निरीक्षण के दौरान विभागों की उपस्थिति पंजिकाओं तथा विभागीय संचालित योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने दोपहर बाद सबसे पहले कांवली रोड़ स्थित ऊर्जा भवन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उप महाप्रबंधक एन.के. जोशी से से विभागीय प्रगति तथा अब तक व्यय हुई धनराशि की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने संबंधित अधिकारी से विद्युत सामग्री की आपूर्ति के सापेक्ष क्षेत्र में वितरण की अद्यतन स्थिति पर प्रगति आख्या प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विद्युत सामग्री की मौके पर आपूर्ति का निरन्तर अनुश्रवण किया जाय। उन्होंने महाप्रबंधक यूपीसीएल से नियोजन एवं अनुश्रवण के बारे में विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण करते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन लोगो के रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं है, उन्हें चेतावनी जारी की जाय, भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न दोहराई जाय। मुख्यमंत्री ने इसे पश्चात जलागम निदेशालय का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अतिरिक्त निदेशक डी.जे.के. शर्मा तथा नीना ग्रेवाल से विभागीय योजनाओं की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने केन्द्र को भेजी गई परियोजना रिपोर्ट की प्रगति की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जलागम परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए केन्द्र द्वारा जो दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं, उनका शत-प्रतिशत पालन किया जाय। श्री शर्मा ने बताया कि केन्द्र को 400 करोड़ रुपये की परियोजना प्रस्ताव भेजे गये हैं। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विकास योजनाओं पर आधारित प्रकाशन साहित्य को ग्रामीण क्षेत्रों तक वितरित किया जाय तथा प्रकाशन साहित्य को हिन्दी भाषा में प्रकाशित किया जाय। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक द्वारा विभागीय योजनाओं के संबंध में पूछे जाने पर अपर निदेशक नीना ग्रेवाल ने बताया कि परियोजना में 2 लाख 3 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल भूमि के हिसाब से परियोजना प्रस्ताव तैयार किये गये हैं। इसमें पर्वतीय भूमि को 15 हजार प्रति हैक्टेयर तथा मैदानी भूमि को 12 हजार प्रति हैक्टेयर के मानक से परियोजना को तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने उत्तराखण्ड परिवहन निगम के कार्यालय का भी औचक निरीक्षण किया गया, जहां उन्होंने उपस्थिति पंजिका तथा निगम की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति के संबंध में विभागीय अधिकारियों से विस्तार से रिपोर्ट प्राप्त की। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने भूमि सर्वेक्षण निदेशालय में वन भूमि से लंबित मामलों पर विस्तार से जानकारी मांगी। उन्होंने राज्य स्तर, केन्द्र स्तर पर लंबित प्रकरणों की विस्तार से रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश नोडल अधिकारी को दिये। संबंधित पटल सहायक द्वारा बताया गया कि 5 हैक्टेयर क्षेत्रफल तक के वन भूमि अधिनियम से प्रभावित होने वाले 161 परियोजनाओं में से 48 की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है। अवशेष प्रकरणों को केन्द्र सरकार के क्षेत्रीय कार्यालय को पुनः अनापत्ति हेतु संदर्भित किया जा रहा है। हिमालय आजीविका सुधार परियोजना कार्यालय में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. निशंक को परियोजना निदेशक विजय कुमार ने बताया कि 2004 से दिसम्बर 2012 तक संचालित इस परियोजना में केन्द्र से आइफैड योजना के तहत लगभग 110 करोड़ रुपये प्राप्त हुए है, जिसके विपरीत अब तक 52 प्रतिशत खर्चा किया जा चुका है तथा 30 करोड़ रुपये राज्यांश स्वीकृत हुआ है एवं विभिन्न वित्त पोषित संस्थाओं से लगभग 80 करोड़ रुपये काश्तकारों को पोषित कराने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने परियोजना निदेशक विजय कुमार को राज्यांश का प्रस्ताव बढ़ाने के निर्देश देते हुए योजना के समाप्त होने तक व्यय में तेजी लाने के निर्देश दिये है।

Monday, August 30, 2010

26 GENTLEMEN CADETS OF PC (SL) COURSE-23


Dehradun- 30 Aug 10A total of 26 Gentlemen Cadets of the Permanent Commission (Special List) Course Serial No. 23, passed out today as commissioned officers amidst grand ceremony at the renowned Chetwode Hall of the Indian Military Academy. The ceremony was presided over by Lt Gen RS Sujlana PVSM, AVSM, VSM, Commandant, Indian Military Academy. The course trains selected personnel from the ranks on the Indian Armed Forces found suitable to be given commission in the Indian Army. Lt Gen RS Sujlana PVSM, AVSM, VSM, Commandant, Indian Military Academy in his address to the passing out course said, I immensely appreciate your consistent efforts to reach this goal; it is indeed a praiseworthy and distinguished achievement. You need to continue with the same zeal during your service as an officer. He further said, As commissioned officer, there will be great stress on qualities of leadership, moral, physical courage, discipline, loyalty and integrity towards the nation. This can be achieved only by persistent hard work, ability and dedication. The Commandant also congratulated the families of the newly commissioned officers. The Gold Medal for standing first in the order of merit was awarded to Gentleman Cadet Kanchan Sikdar of the DOGRA Regt. The Gentlemen Cadets turned officers, could be distinctly seen full of pride and enthusiasm as they look forward to serve as officers of the Indian Army and live up to the glory of this premier institution.

आखिर बदमाशों की अय्याशी का कहां था ठिकाना...?

देहरादून,30अगस्त। वैस्ट यूपी के खूंखार बनमाशें की दून नगरी जहां शरण स्थली बनती जा रही है वहीं प्रौपर्टी डीलिंग व जुवे के बढ़े कारोबार में भी स्थानीय सपफेदपोश नेताओं के तार बदमाशों से जुड़े हुए हैं। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों को पुलिस ने बीती रात घंटाघर से गिरफ्रतार कर लिया। पुलिस को पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ में यह भी जानकारी मिली कि बदमाश दून में करोड़ों की जमीन व जुवे के अड्डों को संचालित करने का गेम खेल चुके थे। यहां तक की जुवे के अड्डों को संचालित करेने के लिए स्थानीय कई लोगों को भी इस गैंग नें अपना सदस्य बना लिया था। पुलिस को जानकारी मिली है उसमें कई चौकाने वाले तथ्य यह भी है कि कई बड़े अध्किारियों के साथ इन बदमाशो के संबंध् रहे हैं और उन्हीं के पैसों को दून जमीनों पर यह बदमाश लगाने का खेल खेला करते थे। बीते दिवश राजू रौतेला हत्या काण्उ का मुख्य आरोपी सुशील चौध्री व अमरदीप कोर्ट में पेशी के बाद क्लेमनटाउन थना क्षेत्रा के अर्नतर्गत 105 बीघा जमीन की साईड देखने भी गया था। इसके साथ ही दून में सट् टे का करोबार बढ़ाने के लिए वे अपने साथ अन्य बदमाशों को भी लेकर आया था। और दून में सट्टे का कारोबार बढ़ाने के साथ-साथ एक स्थानीय न्यूज चैनल का अपने को पत्राकार बताने वाले नईम खान के साथ जमीन की साईड देखने भी गया था। इसके साथ ही कई अन्य लोगों से भी मुलाकात कर दून में सट्टे के कारोबार को लेकर मंथन भी किया गया था। पुलिस को देहरादून की सपा नेत्राी हेमा बोरा व सुरभी होटल के मालिक संजय घई से भी बदमाशें के मिलने की पुखता जानकारी सामने आई है और पैसों का मोटा खेल खेले जाने की जानकारी भी मिली है। जबकि पुलिस सूत्रों ो मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए बदमाश पिछले करीब एक हफ्रते से दून में रहकर कारोबार को बढ़ने का खेल खेल रहे थे। यहां तक की एक होटल में इन बदमाशों द्वारा कई दिनों तक अययाशी का खेल भी खेला जाता रहा। जबकि बीते चार दिनों पूर्व एक महिला के साथ इनके विवाद की बातें भी सामने आ रही है। बदमाशें के कई दिनों तक दून नगरी में रहने की भनक न तो पुलिस के आला अध्किारियों को लग सकी और न ही बदमाशेां की किसी गतिविध् िका कोई खुलासा पुलिस कर सकी। जबकि पकड़े गए बदमाश सिरोही गैंग के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाशों में गिने जाते हैं। यहां तक कि पकड़े गये बदमाशों का मेरठ में सट्टे का बढ़ा कारोबार संचालित होता है और इसी कारोबार को दून नगरी में बढ़ाने के लिए यह लोग सुशील चौध्री व अमरदीप के साथ आए थे। जबकि जगन चौध्री और उपेंद्र सिंरोही पटेलनगर थाना क्षेत्रा निवासी नईम खान से भी मिलकर जमीन का सौदा करने में लगे हुए थे। यही नहीं पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बदमाशों के कारोबार में कई बढ़े नेताओं के साथ-बढ़े अध्किारी भी काले ध्न को सपफेद किए जाने का खेल पिछले कापफी समय से खेलने में लगे हुए थे। यहां तक की देहरादून की कई ऐसी विवादित जमीनों पर इन बदमाशों की निगाहें भी लगी हुई थी। इस आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि बदमाशों को स्थानीय किसी ऐसे व्यक्ति ने सभी जानकारी मुहैया कराई थी जो कुछ समय पूर्व ही उत्तर प्रदेश से दून नगरी में आया है और यहां कई विवादित जमीनों पर बदमाशों के सहारे कब्जा करना चाहता है। क्योकि उत्तर प्रदेश में रहते हुए कई बदमाशों से उसकी पटरी नहीं चल पाने के कारण वह दून नगरी में चला आया था। लेकिन यहा आने के बाद भी उसका संपर्क पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों से लगातार रहा और यहां रहकर वह कई बढ़े अध्किारियों से भी मोटी रकम लेकर ब्लैकमेल करता रहा है। दून नगरी में कई बार विवादित होने बाद यह व्यकित अब बदमाशों के सहारे जमीन कब्जा कर करोड़ों के वारे न्यारे करना चाहता है। वहीं पुलिस की कल की गई कार्रवाई में स्थानीय लोगों को अभी तक ना पकड़े जाने में भी कई तरह की शंकाएं जन्म ले रही है। क्योंकि अचानक चार बदमाशों को पकड़े जाने का ताना बाना जिस तरह से बुना गया है उसे लेकर दूसरे गुट के पुलिस से मिल जाने की बाते भी सामने आ रही है।

उत्तराखण्ड में पोलियो उन्मूलन अभियान को अच्छी कामयाबी मिली है। निशंक


देहरादून, 30 अगस्त 2010 मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने हरिद्वार रोड स्थित एक होटल के सभागार में रोटरी इंटरनेशनल द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड राज्य पल्स पोलियो सेमिनार का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने कहा कि प्रदेश सरकार पोलियो के शतप्रतिशत उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है, और इस दिशा में उसे कामयाबी भी मिल रही है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रदेश में बाहर से आये एक मामले को यदि अपवाद स्वरूप छोड़ दिया जाय तो उत्तराखण्ड में पोलियो उन्मूलन अभियान को अच्छी कामयाबी मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सफलताओं के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग को संतुष्ट होकर नहीं बैठना है, और शतप्रतिश उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोलियो के विरूद्ध वर्षो से चली आ रही यह लड़ाई अपने आखिरी चरण में आ पहुंची है, और एक मजबूत समग्र प्रयास इसका जड़ से नाश कर देगा।
मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तराखण्ड सरकार नये मेडिकल कॉलेजो की शुरूआत सहित कई प्रभावी योजनाएं लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि 108 एंम्बूलेंस सेवा की सफलता सर्वविदित है। इसी प्रकार हाल ही में कोरोनेशन अस्पताल में लोक निजी सहभागिता के आधार पर नेफ्रोलॉजी सेंटर की स्थापना की गई है। रोटरी इंटरनेशनल द्वारा पोलियो उन्मूलन अभियान में दिये जा रहे योगदान की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रोटरी इंटरनेशनल के सदस्य न केवल आर्थिक रूप से सक्षम है वरन वे वैचारिक एवं सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध है। उन्होंने कहा कि आज के इस मशीनी युग में इस प्रकार के प्रयासों से ही मानवता को बचाया जा सकता है। उन्होंने रोटरी इंटरनेशनल से प्रदेश के विकास में और अधिक योगदान करने की अपील की।
प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉ. उमाकान्त पंवार ने कार्यक्रम में पल्स पोलियो कार्यक्रम में प्रदेश सरकार द्वारा दिये जा रहे योगदान की जानकारी देने के साथ ही आगामी नीतियों पर चर्चा की। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. एचसी भट्ट ने स्वयंसेवियों द्वारा दिये जा रहे योगदान के साथ ही लोगों में जागरूकता का प्रसार करने वाली विधियों पर चर्चा की।

गौ, गंगा और हिमालय भारतीय संस्कृति की पहचान . निशंक


देहरादून, 30अगस्त 2010 गौ, गंगा और हिमालय भारतीय संस्कृति की पहचान है और इसके संवर्द्धन, व संरक्षण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार द्वारा उत्तराखण्ड में गौे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अनुसंधान की स्थापना की जा रही है। यह विचार मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने हरिद्वार रोड़ स्थित स्थानीय वैडिंग प्वाइंट में श्री गोपाल गौ लोक धाम समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संत गोपालमणि महाराज द्वारा लिखित धेनु मानस ग्रंथ का लोकार्पण करने के पश्चात व्यक्त किये।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने धेनु मानस को अद्वितीय गं्रथ बताया। उन्होंने कहा कि इस ग्रंथ के प्रकाशन हेतु स्वामी गोपालमणि जी को भारतीय संस्कृति के ध्वजवाहक व उत्तराखण्ड की जनता की ओर से साधुवाद व्यक्त करते है। उन्होंने कहा कि इस देवभूमि में इस गं्रथ के माध्यम से पूरे देश में एकता एवं त्याग का प्रभावी संदेश जायेगा, जो आज के युग में प्रासंगिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि की संस्कृति में गौ सहित दुर्गा, सरस्वती आदि को मां के रिश्ते से जोड़कर सम्मान करने की परम्परा है। उन्होंने कहा कि ग्रंथ से यह निष्कर्ष निकलता है, कि गाय मां ही उत्पत्ति का मूल स्रोत है। उन्होंने भारतीय इतिहास व संस्कृति के पुनर्रूत्थान में ग्रंथ को मील का पत्थर बताया।
मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गौ संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाये जा रहे है। इसके लिए ऋषिकेश में गौे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अनुसंधान की स्थापना की जा रही है। गोवंश संरक्षण के लिए राज्य में गोवध पर प्रतिबंध लगाया है। देहरादून के कालसी क्षेत्र में गौ नस्ल सुधार हेतु भ्रूण प्रत्यारोपण केन्द्र विकसित किया गया है तथा गो मूत्र अर्क को आर्थिकी से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय भारतीय संस्कृति को एकता में पिरोती है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा स्पर्श गंगा अभियान द्वारा गंगा की अविरलता, स्वच्छता के लिए स्पर्श गंगा अभियान की शुरूआत की गई है, जिससे प्रभावित होकर विश्व के अनेक देशों ने इसे सराहा है।
इस अवसर पर गं्र्रथ के रचियता गोपालमणि जी महाराज ने कहा कि दैवीय प्रेरणा से उन्होंने इस ग्रंथ की रचना की है। उन्होंने कहा कि गौ माता में दिव्य शक्ति है, जिसे पहचाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गौ संरक्षण की दिशा में किये जा रहे कार्य सराहनीय है।
उपाध्यक्ष खादी ग्रामोद्योग बोर्ड प्रेम बुढाकोटी ने कहा कि गंगा, गाय, और हिमालय पर केन्द्रित इस ग्रंथ को एक साहित्यकार के रूप में डॉ. निशंक द्वारा लोकर्पित करने से इसका महत्वपूर्ण और भी बढ़ गया है।
कार्यक्रम में ग्राम्य विकास राज्यमंत्री श्रीमती विजया बड़थ्वाल, महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती सुशाील बलूनी, खेल परिषद के अध्यक्ष नारायण सिंह राणा, उपाध्यक्ष प्रांतीय रक्षक दल सुभाष बड़थ्वाल, अध्यक्ष मीडियाल सलाहकार समिति डॉ. देवेन्द्र भसीन, समिति के अध्यक्ष बलबीर सिंह पंवार आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कलाकार जे.पी.ममंगाई ने किया।

सरकार खेल एवं खिलाड़ियों की तरक्की के लिए प्रतिबद्ध .निशंक

dehradun 30 augest मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने एनेक्सी स्थित उनके आवास पर उदयीमान पैरा औलंपिक खिलाड़ी प्रेम कुमार से मुलाकात की। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने प्रेम कुमार को खेल दिवस की बधाई देते हुए, उनका सम्मान किया। मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने कहा कि प्रेम कुमार ने अपनी दृढ़ ईच्छा शक्ति और कौशल का प्रदर्शन करते हुए उत्तराखण्ड का नाम देश-विदेश में रोशन किया है। उन्होंने कहा कि अपनी शाररिक चुनौतियांे का सफलतापूर्वक सामना करते हुए श्री प्रेम कुमार ने ओर लोगों को भी आगे बढ़ने की राह दिखाई है। उन्होंने कहा कि सरकार खेल एवं खिलाड़ियों की तरक्की के लिए प्रतिबद्ध है।
उल्लेखनीय है कि श्री प्रेम कुमार ने हाल ही में राष्ट्रीय पैरा औलंपिक खेलों में बैंटमिंटन प्रतियोगिता में राज्य के लिए दो कांस्य पदक जीते थे। श्री कुमार बैंटमिंटन और तैराकी में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिभाग कर चुके हैं।

कैट परीक्षा: हर छात्र के लिए होगा इस बार अलग-अलग प्रश्Aपत्र

नई दिल्ली। भारतीय प्रबंधन संस्थान में दाखिले के लिए होने वाली कैट परीक्षा में इस बार हर छात्र के लिए अलग-अलग प्रश्Aपत्र होंगे। यह निर्णय परीक्षा में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए और गडबडी से निपटने के लिए लिया गया है।गौरतलब है कि कैट की परीक्षाएं 27 अक्तूबर से 24 नवंबर के बीच देश के 33 शहरों में होंगी। इसके लिए इस बार अंतरराष्ट्रीय मानदंडों पर आधारित प्रश्Aपत्र तैयार किए गए हैं। परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था प्रोमेट्रिक के प्रबंध निदेशक सौमित्र राय ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार हर छात्र का प्रश्Aपत्र एक दूसरे से भिन्न होगा, लेकिन उनका मूल्यांकन एक ही स्केल पर किया जाएगा। प्रश्Aपत्रों का मूल्यांकन तीन खंडो और चार स्तरों पर किया जाएगा।राय ने बताया कि परीक्षा में निष्पक्षता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक छात्र को एक सामान्य मापदंड पर परखने, अलग-अलग तिथियों में अलग-अलग समय पर परीक्षा लेने और प्रश्Aपत्रों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।

Thursday, August 12, 2010

डॉ. निशंक ने कहा कि प्रदेश में नई कार्य संस्कृति विकसित की गई


देहरादून, 12 अगस्त, 2010 मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से विगत देर सायं उत्तराखण्ड सचिवालय सेवा अधिकारी संघ (राजपत्रित) के प्रतिनिधिमण्डल ने एनेक्सी स्थित उनके आवास पर भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेश में नई कार्य संस्कृति विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। साथ ही विजन 2020 के अन्तर्गत प्रदेश के विकास में गति प्रदान करने में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सचिवालय सेवा के अधिकारी, कर्मचारी उनकी अपेक्षा के अनुसार प्रदेश की जनता के हित में कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने कहा कि प्रदेश में नई कार्य संस्कृति विकसित की गई और सभी अधिकारी व कर्मचारी उसी के अनुरूप कार्य करें। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का निर्माण विकास एवं जन-जन के कल्याण की भावना से हुआ है। उन्होंने कहा कि विकास की गति को तेज करने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को क्षमता विकास कार्यक्रमों में रूचि लेने की आवश्यकता है। प्रदेश सरकार क्षमता विकास करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही है, जिसमें अधिक से अधिक सहभागी होकर प्रदेश के विकास में सहभागी बने।
उत्तराखण्ड सचिवालय सेवा अधिकारी संघ ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि राज्य गठन के समय से जो अधिकारी और कर्मचारी पूरी लगन से कार्य कर रहे हैं, ऐसा कोई निर्णय न लिया जाय, जिससे कि उनकी पदोन्नति पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े। यदि ऐसा करना जरूरी हो, तो पहले सचिवालय के सभी संघों को विश्वास में लिया जाय। प्रतिनिधि मण्डल ने समीक्षा अधिकारी, टंकण लिपिक सहित सचिवालय में विभिन्न रिक्त पदों को भरने का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह किया कि आधुनिक कार्य प्रणाली एवं तकनीकों से सचिवालय के अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रतिष्ठित संस्थानों में व्यापक प्र्रशिक्षण दिया जाय। साथ ही पत्रावलियों के सुव्यस्थित रख-रखाव के लिए सचिवालय में संदर्भदाता की पूर्व व्यवस्था को सभी अनुभागों में बहाल किया जाय। प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से पूर्ववर्ती राज्य उत्तर प्रदेश की भांति सी.यू.जी. मोबाइल सुविधा प्रदान करने की भी मांग की।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड सचिवालय सेवा अधिकारी संघ के अध्यक्ष अर्जुन सिंह, उपाध्यक्ष जे.एल.शर्मा, महासचिव संतोष बडोनी, संयुक्त सचिव वीरेन्द्रपाल सिंह, अनिल पाण्डेय, कोषाध्यक्ष सतीश चन्द्र जोशी आदि उपस्थित थे।

निशंक ने कहा कि सरकार अधिकारियों के हितों के संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही है।


देहरादून, 12 अगस्त, 2010 मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से विगत देर सायं उत्तराखण्ड सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) संघ का प्रतिनिधिमण्डल ने एनेक्सी स्थित उनके आवास पर भेंट की।
मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने कहा कि सरकार अधिकारियों के हितों के संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा संघ प्रदेश को देश का आदर्श राज्य बनाने में अपना सक्रिय सहयोग दे। उन्होंने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी को मिले, इसके लिए ठोस कार्ययोजना के तहत कार्य करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की है, जिन्हें मूर्तरूप दिया जाना है।
सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) संघ के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से उत्तराखण्ड सिविल सेवा संवर्ग में अन्य राज्य के अधिकारी को पुनः प्रतिनियुक्ति न देने का आग्रह किया।
इस अवसर पर सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) संघ के अध्यक्ष विजय ढौड़ियाल, महासचिव विनोद रतूड़ी सहित अपर सचिव एम.सी. जोशी, अरविन्द सिंह ह्यांकी आदि उपस्थित थे।

मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त न्यायमूर्ति बारिन घोष को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।


उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती मार्ग्रेट आल्वा ने आज राजभवन ऑडिटोरियम में आयोजित एक समारोह में उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त न्यायमूर्ति बारिन घोष को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण से पूर्व रजिस्ट्रार जनरल श्री रवीन्द्र मैठाणी ने भारत सरकार द्वारा जारी नियुक्ति सम्बन्धी अधिसूचना का उल्लेख करते हुए कार्यक्रम का संचालन किया।
उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के सातवें मुख्य न्यायाधीश के इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रदेश के विधान सभा अध्यक्ष श्री हरवंश कपूर, मुख्यमंत्री श्री रमेश पोखरियाल ’निशंक’, पूर्व मुख्यमंत्री श्री नारायण दत्त तिवारी, पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल भुवन चन्द्र खंडूड़ी, मेयर श्री विनोद चमोली, सांसद श्री सतपाल महाराज, शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक, विधायक श्री गणेश जोशी, श्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल, श्री दिनेश अग्रवाल, मुख्य सचिव श्री एन.एस. नपच्याल, प्रमुख सचिव श्री सुभाष कुमार, प्रमुख सचिव श्री राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव श्री राजीव गुप्ता, परिवहन आयुक्त श्री एम. रामास्वामी, प्रमुख सचिव न्याय श्रीमती इन्दिरा आशीष, सचिव राज्यपाल श्री अशोक पई, अपर सचिव राज्यपाल श्री अरूण ढौड़ियाल, आयुक्त गढ़वाल मण्डल श्री अजय नबियाल, प्रमुख सचिव विधान सभा श्री महेश चन्द्र, डी.जी.पी. श्री जे.एस. पाण्डे अपर सचिव श्री दीपम सेठ सहित शासन-प्रशासन के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
समारोह में उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरूण अग्रवाल, न्यायमूर्ति बी.सी.काण्डपाल रजिस्ट्रार इंस्पेक्शन श्री प्रशांत जोशी, रजिस्ट्रार प्रोटोकाल श्री अनुज कुमार तथा जिला जज देहरादून श्री यू.सी.ध्यानी सहित बार एसोसिएशन के कई वरिष्ठ अधिवक्ता, उत्तराखण्ड के वरिष्ठ महाधिवक्ता श्री बाबुलकर तथा बड़ी संख्या में गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे।
नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बारिन घोष का जन्म 05 जून, 1952 को कलकत्ता में हुआ। बी.काम. एल.एल.बी. की शिक्षा/उपाधि ग्रहण करने पश्चात दिसम्बर 1978 में अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत होकर वे कलकत्ता हाईकोर्ट में मुख्यतः सिविल कम्पनी तथा कॉस्टीटशूनल अफेयर्स पर पै्रक्टिस करते रहे। 14 जुलाई, 1995 में उनकी नियुक्ति कलकत्ता हाईकोर्ट में स्थाई न्यायाधीश के पद पर हुई। वे जनवरी 2005 में पटना हाईकोर्ट स्थानांन्तरित हुए। न्यायामूर्ति घोष इससे पूर्व जम्मू कश्मीर तथा सिक्किम हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद पर कार्यरत रहे।

Friday, August 6, 2010

गढ़वाली और कुमांऊनी भाषाओं को आठवीं अनुसूची में शामिल कर राज

देहरादून। गढ़वाल सांसद श्री सतपाल महाराज जी द्वारा गढ़वाली और कुमांऊनी भाषाओं को आठवीं अनुसूची में शामिल कर राज भाषा का दर्जा दिए जाने के संसद में दिए व्यकतव्य पर पूर्व मंत्री एंव उŸाराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री श्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने श्री सतपाल महाराज का आभार प्रकट किया है। श्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने इसका समर्थन करते हुए कहा है कि जो साक्ष्य श्री सतपाल महाराज जी ने संसद के समक्ष प्रस्तुत किए हैं वह यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि ये प्राचीनतम भाषाएं हैं और उन्होंने यह भी कहा कि आज जब पूरा विश्व अपनी भाषाओं के संरक्षण को प्रयासरत है ऐसे में हम सबको मिलकर अपनी भाषाओं को राज भाषा का दर्जा दिलाने के लिए मांग उठानी चाहिए। उŸाराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव महर्षि ने भी श्री सतपाल महाराज के लोकसभा में दिए गये इस व्यकतव्य का स्वागत किया और गढ़वाल सांसद का आभार प्रकट किया है। उन्होंने श्री सतपाल महाराज जी द्वारा संसद में दिए गये इस व्यकतव्य का स्वागत करते हुए कहा कि गढ़वाली भाषा के दसवीं सदी के साहित्य की उपलब्धता यह प्रमाणित करती है यह प्राचीनतम भाषाएं हैं और इसके लिए इनकों आठवीं अनुसूची में शामिल कर राज भाषा का दर्जा अवश्य ही मिलना चाहिए।

Wednesday, August 4, 2010

गैस की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जायेगीः भट्ट

4अगस्त। प्रदेश में गैस की कालाबाजारी को लेकर खाद्य मंत्राी ने अध्किारियों की बैठक लेकर उन्हें कड़ी पफटकार लगायी और कालाबाजारी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त न करने की सख्त हिदायत दी है। सचिवालय में अध्किारियों की बैठक में लेते हुए प्रदेश के खाद्य एवं राजस्व मंत्राी दिवाकर भट्ट ने कहा कि किसी भी कीमत पर पूरे प्रदेश में गैस व खाद्य सामग्री की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जायेगी और गैस कंपनियों के अध्किारियों को कड़ी पफटकार लगाते हुए गैस की कालाबाजारी पर शीघ्र रोक लगाये जाने के कड़े निर्देश लगाते हुए उन्हें जमकर कड़ी पफटकार लगायी। श्री भट्ट ने कहा कि पूरे प्रदेश में 144 गैस एजेंसियां उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति कर रही है और प्रदेश सरकार किसी भी कीमत पर कालाबाजारी नहीं होना देना चाहती लेकिन इसके बाद भी कई स्थानों से गैस की कालाबाजारी को लेकर जो शिकायतें विभाग को मिल रही है उसे लेकर विभाग बहुत चिन्हित है। उसे लेकर पूरे प्रदेश में स्थापित होटल ढाबों में घरेलू गैस चलाने वाले लोगों के खिलापफ छापामारी अभियान चलाकर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 78 नई गैस एजेंसियं जल्द ही केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद आ जायेगी जिससे गैस की कमी को पूरी तरह से खत्म कर दिया जायेगा और गैस एजेंसियों की मनमानी से इन नई गैस एजेंसियों के आ जाने से रोक लग सकेंगी। श्री भट्ट ने कहा कि कोई भी गैस उपभोक्ता गैस बुकिंग के सात दिन के भीतर गैस प्राप्त कर सकेगा और यदि किसी भी उपभोक्ता को गैस उपलब्ध् नहीं होती तो वह प्रदेश के हेल्प लाइन नंबर 2740765 पर संपर्क कर किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज करवा सकता है जिससे उपभोक्ताओं को हर सुविध तत्काल मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कालाबाजारी रोकने के लिए शीघ्र ही जिम्मेदार अध्किारियों की बैठक बुलाकर त्वरित कार्यवाही को अंजाम दिया जायेगा और हर जनपद में उपभोक्ता को कोई परेशानी न हो इसका भी ध्यान रखा जायेगा।

सीएम को उड़ाने की ध्मकी देने वाले दो दबोचे

,4अगस्त। मुख्यमंत्राी को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ाने की ध्मकी देने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्रतार किया है। कल प्रदेश के मुख्यमंत्राी को बम से उड़ाने की ध्मकी देने के बाद हरकत में आयी पुलिस ने देहरादून के प्रेम नगर निवासी र्ध्मेंद्र को हिरासत में लिया था जिसके नाम पर वह मोबाइल था जिससे मुख्यमंत्राी को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। पुलिस ने आज ग्राम मुन्यसारी पिथौरागढ़ निवासी मनोज कुमार पुत्रा किशन राम तहसील पोखरी जिला चमोली निवासी शंकर सिंह राणा पुत्रा जोत सिंह राणा को उस समय गिरफ्रतार कर लिया जब वह पंजाब नेशनल बैंक के पास भागने की पिफराक में थे। पुलिस को कल हिरासत में लिये गये र्ध्मेंद्र ने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड का काम करने वाले दो व्यक्ति उसके मित्रा थे। जिन्होंने उसकी आईडी के आधर पर एक मोबाइल सिम ले लिया था और उसी से कल प्रदेश के मुख्यमंत्राी को बम से उड़ायी जाने की ध्मकी दी गयी थी। ध्मकी देने के बाद से ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया था और मुख्यमंत्राी की सुरक्षा का दायरा भी बढ़ा दिया गया था। आज जनपद के पुलिस कप्तान जीएस मर्तोलिया ने मीडिया के सामने दोनों आरोपियों को प्रस्तुत किया। जिसमें खुलासा कि उन्होनंे मुख्यमंत्राी को सिपर्फ बातों ही बातों में जान से मारने की ध्मकी दी है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर यह भी पता लगाने की प्रयास कर रही है कि कई उनके संबंध् किसी अन्य संगठन से जुड़े तो नहीं है।

सीएम को उड़ाने की ध्मकी देने वाले दो दबोचे

,4अगस्त। मुख्यमंत्राी को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ाने की ध्मकी देने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्रतार किया है। कल प्रदेश के मुख्यमंत्राी को बम से उड़ाने की ध्मकी देने के बाद हरकत में आयी पुलिस ने देहरादून के प्रेम नगर निवासी र्ध्मेंद्र को हिरासत में लिया था जिसके नाम पर वह मोबाइल था जिससे मुख्यमंत्राी को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। पुलिस ने आज ग्राम मुन्यसारी पिथौरागढ़ निवासी मनोज कुमार पुत्रा किशन राम तहसील पोखरी जिला चमोली निवासी शंकर सिंह राणा पुत्रा जोत सिंह राणा को उस समय गिरफ्रतार कर लिया जब वह पंजाब नेशनल बैंक के पास भागने की पिफराक में थे। पुलिस को कल हिरासत में लिये गये र्ध्मेंद्र ने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड का काम करने वाले दो व्यक्ति उसके मित्रा थे। जिन्होंने उसकी आईडी के आधर पर एक मोबाइल सिम ले लिया था और उसी से कल प्रदेश के मुख्यमंत्राी को बम से उड़ायी जाने की ध्मकी दी गयी थी। ध्मकी देने के बाद से ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया था और मुख्यमंत्राी की सुरक्षा का दायरा भी बढ़ा दिया गया था। आज जनपद के पुलिस कप्तान जीएस मर्तोलिया ने मीडिया के सामने दोनों आरोपियों को प्रस्तुत किया। जिसमें खुलासा कि उन्होनंे मुख्यमंत्राी को सिपर्फ बातों ही बातों में जान से मारने की ध्मकी दी है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर यह भी पता लगाने की प्रयास कर रही है कि कई उनके संबंध् किसी अन्य संगठन से जुड़े तो नहीं है।

अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारम्भ की जायेगा। खजान दास

देहरादून 04 अगस्त, 2010- हमारा प्रयास यही रहना चाहिए कि जिला, राज्य, केन्द्र, बाह्य सहायतित योजनाओं में धनराशि के समय से सदुपयोग में भी हमारा उत्तराखण्ड देश में तथा देहरादून जनपद उत्तराखण्ड में प्रथम स्थान पर रहे ताकि राज्य मुख्यालय का जनपद होने के नाते अन्य जनपदों के लिये यह अनुकरणीय जनपद बन सके। मुख्यमंत्री ने इन योजनाओं में प्रगति के प्रति असन्तोष व्यक्त करते हुये जनपदों के प्रभारी मंत्रियों को पत्र लिखकर निर्देश देते हुये खेद व्यक्त किया है और कर्तव्य निर्वहन, जिम्मेदारी, ढिलाई के प्रति तेजी लाने की अपेक्षा की है। उन्होंने सात दिनों के भीतर प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिये भी निर्देशित किया है। यह बातें देहरादून जनपद के प्रभारी मंत्री (राज्यमंत्री समाज कल्याण एवं आपदा प्रबन्धन) खजान दास ने विधान भवन में आयोजित समस्त विभागों की जिला राज्य /केन्द्र पोषित/बाह्य सहायतित योजनाओं व विभिन्न विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने इस बात पर अत्यन्त खेद व असन्तोष व्यक्त किया कि जून 2010 तक जनपद दूसरे नम्बर पर होने के बावजूद जुलाई में और पिछड़ रहा है। उन्होंने कहाकि सभी विभाग सामन्जस्य व समन्वय बिठाकर सहयोग से कार्य करते हुये कर्तव्य पालन,जन सेवा व जिम्मेदारी समझते हुये कार्यकर जनपद को प्रथम स्थान पर लायें। सभी विभाग उपलब्ध धनराशि का समय से सदुपयोग करते हुये कार्यों में तेजी लायें। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके बावजूद भी जो अधिकारी लापरवाही करेंगे उनके विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिये भी नहीं चूकेंगे। उन्होंने जिलाधिकारी को 7 दिन के भीतर विभिन्न योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि सूचनाओं के सही एवं समय से भेजने थ्योरिटिकल व प्रैक्टिकल की सूचनाओं में एकरूपता, समयबद्धता, पारदर्शिता, वायदे के अनुसार निर्धारित समय पर कार्य पूर्ण करने, जन अपेक्षाओं का ध्यान रखने का विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने कहाकि उपलब्ध धनराशि का पूर्ण उपयोग हो और अगले वर्ष के लिये धनराशि अवशेष न छोड़ी जाय। उन्होंने कहाकि विभागीय अधिकारी सम्बन्धित विभागों एवं जिलाधिकारी के सहयोग से आ रही कठिनाईयों का त्वरित निस्तारण करते हुये योजनाओं को समय से पूर्ण करें। उन्होंने कहाकि 2 माह बाद फिर से समीक्षा बैठक में अपेक्षित परिणाम सामने आने चाहिए तथा दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने लापरवाह अधिकारियों को आगाह किया कि सूचनाऐं समय पर एवं सही उपलब्ध करायें व गत वर्ष की भांति जनपद को प्रथम स्थान पर लाने के लिये एकजुट प्रयास करें अन्यथा कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही से भी नहीं चूकेंगे। उन्होंने अधिकारियों से अपनी सुस्त कार्य प्रणाली में सुधार लाने के निर्देश दिये। राज्यमंत्री श्री दास ने विभिन्न स्थानों पर मार्गों का निर्माण कर इन्हें शहीदों के नाम से करने की कार्रवाई के भी निर्देश दिये विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं उनके प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति पर भी खेद व्यक्त करते हुये कहाकि कई विभागों को प्रगति अत्यन्त ही असन्तोषजनक है जिन्हें तेजी से काम करने की आवश्यकता है। जिलाधिकारी डी0 सैन्थिल पाण्डियन ने कहाकि अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष व्यय में तेजी लाने की आवश्यकता है। उन्होंने जल निगम, समाज कल्याण, मनरेगा, लोक निर्माण, वन विभागों -2 (2)
को निर्देशित किया कि व्यय की स्थिति में तेजी लाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहाकि निर्देशों के अनुपालन में एक माह के भीतर अपेक्षित तेजी न लाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारम्भ की जायेगा। उन्होंने कहाकि जिला, राज्य, केन्द्र पोषित व बाह्य सहायतित योजनाओं का गत वर्ष का 130 करोड रुपये अवशेष है जिससे इस वर्ष की व्यय की प्रगति का प्रतिशत भी कम हुआ है। जिलाधिकारी ने उपलब्ध समस्त धनराशि दिसम्बर 2010 तक व्यय कर लेने के निर्देश दिये। परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण देहरादून डॉ0 आर0एस0 पोखरिया ने बताया कि वर्ष 2010-00 में जिला योजना में जुलाई तक चारों सैक्टरों में अनुमोदित परिव्यय 37604.75 लाख, शासन से अवमुक्त धनराशि 14211.33 लाख, क्रमिक व्यय 4938.74 लाख है जो शासन से अवमुक्त कुल व्यय का 34.75 प्रतिशत है। 1 अप्रैल 2010 का अवशेष 13097.01 लाख रुपये है। बैठक में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

हमेशा याद रहेगा स्व.जीना का योगदानः डा0 निशंक

,4 अगस्त। मुख्यमंत्राी डा. रमेश पोखरियाल निशंक आज सैनिक हैलीपैड पर पहुंचे जहां अध्किारियों ने उनकी अगवानी की। अपने तयशुदा कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्राी श्री निशंक सोबन सिंह जीना परिसर पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रृ(ासुमन अर्पित किये तत्पश्चात मुख्यमंत्राी ने अनेक कार्यक्रमों मंे प्रतिभाग किया। भाजपाईयों ने उनका जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्राी डा. निशंक दोपहर सैनिक हैलीपैड पर उतरे जहां जिलाध्किारी और एसएसपी ने उनकी अगवानी की। तत्पश्चात डा. निशंक सोबन सिंह जीना परिसर पहुंचे और उनकी जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर स्व.जीना की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात मुख्यमंत्राी ने रामजी इण्टर कालेज में अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। कालेज ग्राउंड में अपने सम्बोध्न में डा. निशंक ने कहा कि स्व.जीना को एक प्रऽर अध्विक्ता, कुशल राजनीतिज्ञ, समाजसेवी,पत्राकार और भारतीय जनसंघ का आधर स्तम्भ थे। उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन में निर्बल एवं असहाय वर्ग के कल्याण के लिए कार्य किया। डॉ.निशंक ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में मूल्यों की राजनीति में विश्वास किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में स्व.जीना ने पर्वतीय विकास मंत्राी के रूप में कार्य करते हुए इस क्षेत्रा के विकास में अहम योगदान निभाया, जिसके लिए उन्हें सदैव याद किया जाता रहेगा। उन्होंने पर्वतीय विकास मे बाध्क वन अध्निियम 1980 और अन्य पहाड़ विरोध्ी कानूनों का मुऽर विरोध् किया। स्व. जीना ने सामाजिक शैक्षिक विकास के लिए भी कार्य किये और इस क्षेत्रा के कई शिक्षा संस्थानों के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। अल्मोड़ा हाईस्वूफल को इंटर कालेज और पिफर उसे डिग्री कालेज बनाने में उनके योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता है। मुख्यमंत्राी ने कहा कि श्री जीना ने पत्राकारिता और साहित्य के माध्यम से भी जनता की आवाज को उठाने के प्रयास किये। श्री जीना स्वतंत्राता आन्दोलन के बाद अलग उत्तराऽण्ड राज्य के आन्दोलन में भी सक्रिय रहे। मुख्यमंत्राी डॉ. निशंक ने कहा कि श्री जीना ने इस क्षेत्रा के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर जनता की आवाज को उठाया। मुख्यमंत्राी ने कहा कि अपने लम्बे राजनैतिक तथा सामाजिक जीवन में भी जीना सौम्यता, मृदुभाषिता और समाज सेवा के लिए विख्यात रहे। जन्म शताब्दी समारोह के पश्चात सीएम ने टैक्सी स्टैंड का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्राी के आगमन पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था तैनात थी।