Monday, September 21, 2009

खनन पर लगी रोक का फायदा खनन माफिया जमकर उठा रहे हैं।

दून वैली में खनन पर लगी रोक का फायदा खनन माफिया जमकर उठा रहे हैं। कई जगहों पर धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है जबकि खनिज विभाग के अधिकारी भी लाचारी दिखा रहे हैं। जब तक खनन विभाग के पास सूचनाएं पहुंचती है, खनन माफिया माल लादकर फरार हो चुके होते हैं। इस संबंध में कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों ने पुलिस को भी पत्र लिखा है। दून वैली में खनन कब शुरू होगा, इस संबंध में कुछ नहीं कहा जा सकता है। मानसूनी सीजन के चलते लगाई रोक तो अक्टूबर में समान्त हो जाएगी, जबकि हाईकोर्ट के आदेश के चलते लगी रोक के बारे अभी कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है। डीएम की ओर से इस संबंध में शासन से दिशा-निर्देश मांगे गए हैं। दूसरी ओर, जिले के कई खनन क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है। खनिज विभाग के अधिकारी भी दबी जबान से दून में हो रहे अवैध खनन की बात स्वीकार करते हैं। सूत्रों का कहना है कि दून वैली की नदियों में हो रहे खनन के बारे में आए दिन ही अधिकारियों के पास फोन भी आते हैं, लेकिन आमतौर पर खनन की साइट्स शहर से काफी दूर हैं। ऐसे में जब तक अधिकारी अपनी टीम के साथ वहां पहुंचते हैं, खनन माफिया माल ट्रैक्टर या ट्रक पर लदवाकर फरार हो जाते हैं। खासतौर पर साहबनगर, विकासनगर, सुद्घोवाला, मालदेवता आदि से अवैध खनन की ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। प्रशासन अपनी तरफ से अभियान चलाकर कार्रवाई भी कर रहा है। वहीं, इस संबंध में पुलिस को भी संपर्क किए जाने की बात कही जा रही है। एडीएम वित्त एवं राजस्व सुशील कुमार शर्मा भी पुलिस व वन विभाग को इस संबंध में पत्र लिखे जाने की पुष्टि करते हैं। उनके मुताबिक सभी विभागों से तालमेल बनाकर खनन पर रोक लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

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