देहरादून। खबर के खिलाफ बिलबिलाते हुए लोगों को तो देखा होगा लेकिन बिना
नाम छपे ही मीडिया सेन्टर में ‘‘पत्रकारों को किया कैद‘‘ नामक खबर से
रोजाना चाय की चुस्की लेने वाले ऐसे तथाकथित पत्रकार बिलबिला उठे कि जैसे
वह फिल्मी स्टाइल में अपनी गुन्डई दिखा रहे हों। मीडिया सेन्टर सचिवालय में
आज जी न्यूज के स्ट्रिंगर नरेश तोमर, न्यूज 24 के अधीर यादव व राजेश वर्मा
ने अपना आपा इस कदर खो डाला कि गाली-ग्लौज से लेकर जान से मारने तक की
धमकी दे दी गई।
रोजाना की तरह सचिवालय में खबरों के बाद देहरादून के पत्रकार नारायण परगांई ने दोपहर बाद उत्तराखण्ड के सचिवालय स्थित मीडिया सेन्टर में जैसे ही प्रवेश किया तो पत्रकारों के लिए बने कक्ष में राजेश वर्मा बीते दिनों छापी गई खबर की बौखलाहट दिखाते हुए फिल्मी स्टाइल में गुन्डई वाली भाषा का प्रयोग करते हुए गालियां बकनी शुरू कर दी। विरोध करने पर हमेशा के लिए पत्रकारिता को भुला देने की धमकी भी दी गई। इसके बाद बढ़े विवाद के बाद न्यूज 24 के अधीर यादव व जी न्यूज के नरेश तोमर ने मिलकर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मारपीट करनी चाही। वहां तमाशबीन बने एबीपी न्यूज के पत्रकार अतुल चैहान, आईबीएन7 के संजीव शर्मा एवं पत्रकारों के नेता के रूप में विश्वजीत नेगी भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी गुंडों की भाषा प्रयोग करने वाले तथाकथित पत्रकारों को रोकने की कोशिश तक नहीं की, जबकि पत्रकारों को मीडिया सेन्टर में कैद करने की जानकारी एबीपी न्यूज के अतुल चैहान द्वारा ही दी गई थी।
घटना के बाद काफी देर तक सचिवालय मीडिया सेन्टर में हंगामे की स्थिति बनी रही। उसके बाद किसी तरह वहां से निकलने के बाद नारायण परगांई ने इसकी जानकारी अन्य पत्रकार मित्रों को दी, जिसके बाद सभी एक स्थान पर एकत्र होकर जनपद के पुलिस कप्तान केवल खुराना के आवास पर तीनों आरोपियो के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर तहरीर सौंपा। मीडिया सेन्टर में सरकार के खलाफ साजिश के ऐसे बीज बोए जाते हैं, जिसकी भनक उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर सूचना विभाग के अधिकारियों तक को नहीं। पूर्व में भी मीडिया सेन्टर विवादों के घेरे में रह चुका है। यहां के कम्प्यूटर सिस्टमों में पोर्न फिल्में देखे जाने की शिकायतें भी सूचना विभाग को लगी थी। अब देखना होगा कि दूसरो को आईना दिखाने वाले यह तथाकथित पत्रकार किस मुंह से अपना जवाब देते हैं।
रोजाना की तरह सचिवालय में खबरों के बाद देहरादून के पत्रकार नारायण परगांई ने दोपहर बाद उत्तराखण्ड के सचिवालय स्थित मीडिया सेन्टर में जैसे ही प्रवेश किया तो पत्रकारों के लिए बने कक्ष में राजेश वर्मा बीते दिनों छापी गई खबर की बौखलाहट दिखाते हुए फिल्मी स्टाइल में गुन्डई वाली भाषा का प्रयोग करते हुए गालियां बकनी शुरू कर दी। विरोध करने पर हमेशा के लिए पत्रकारिता को भुला देने की धमकी भी दी गई। इसके बाद बढ़े विवाद के बाद न्यूज 24 के अधीर यादव व जी न्यूज के नरेश तोमर ने मिलकर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मारपीट करनी चाही। वहां तमाशबीन बने एबीपी न्यूज के पत्रकार अतुल चैहान, आईबीएन7 के संजीव शर्मा एवं पत्रकारों के नेता के रूप में विश्वजीत नेगी भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी गुंडों की भाषा प्रयोग करने वाले तथाकथित पत्रकारों को रोकने की कोशिश तक नहीं की, जबकि पत्रकारों को मीडिया सेन्टर में कैद करने की जानकारी एबीपी न्यूज के अतुल चैहान द्वारा ही दी गई थी।
घटना के बाद काफी देर तक सचिवालय मीडिया सेन्टर में हंगामे की स्थिति बनी रही। उसके बाद किसी तरह वहां से निकलने के बाद नारायण परगांई ने इसकी जानकारी अन्य पत्रकार मित्रों को दी, जिसके बाद सभी एक स्थान पर एकत्र होकर जनपद के पुलिस कप्तान केवल खुराना के आवास पर तीनों आरोपियो के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर तहरीर सौंपा। मीडिया सेन्टर में सरकार के खलाफ साजिश के ऐसे बीज बोए जाते हैं, जिसकी भनक उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर सूचना विभाग के अधिकारियों तक को नहीं। पूर्व में भी मीडिया सेन्टर विवादों के घेरे में रह चुका है। यहां के कम्प्यूटर सिस्टमों में पोर्न फिल्में देखे जाने की शिकायतें भी सूचना विभाग को लगी थी। अब देखना होगा कि दूसरो को आईना दिखाने वाले यह तथाकथित पत्रकार किस मुंह से अपना जवाब देते हैं।
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